खिरकिया एसडीएम को मामले की शिकायत डाक द्वारा भेजी गयी
खिरकिया । प्रदेश में जहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गरीबों के हित के लिए कई योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है और भष्ट्राचार रोकने के लिए सीएम हेल्पलाइन जैसी योजनाए चलायी जा रही है। लेकिन इसके बाद भी गरीब आदिवासियों को ठगने के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे है । ताजा मामले में हरदा जिले की खिरकिया तहसील में ग्राम जूनापानी का एक मामला प्रकाश में आया है।
जिसमें एक अध्यापक शिक्षक द्वारा एक आदिवासी से जाति प्रमाण पत्र और स्थानांतरण प्रमाण पत्र बनाने हेतु 1300 रूपये लेने की बात की खिरकिया एसडीएम को शिकायत रजिस्टर्ड डाक द्वारा की गई है।
शिकायतकर्ता ओमप्रकाश पिता बुद्दु भुसारे जाति कोरकू निवासी जूनापानी के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी तहसील खिरकिया को रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजे गये आवेदन में ओमप्रकाश की मजबूरी का एवं कम पढ़ा – लिखा होने का फायदा उठाते हुए शासकीय माध्यमिक शाला जूनापानी में पदस्थ शिक्षक ओमप्रकाश चौहान के खिलाफ अवेधानिक एवं नियम विरुद्ध तरीके से जाति प्रमाण पत्र एवं शाला स्थांनातरण पत्र बनाने हेतु 1300 रूपये ले लेने के बाबजूद काम नहीं करने की शिकायत की गयी है। जिसके कारण आवेदक के पुत्र को आदिवासी छात्रावास में प्रवेश नहीं मिल पाएगा। जिससे आवेदक को अत्यधिक आर्थिक एवं मानसिक क्षति हो रही है तथा पुत्र को शासकीय योजना से लाभान्वित छात्रवृत्ति से वंचित हो जावेगा की बात कही गयी है। आवेदक ने शीघ्र न्याय दिए जाने एवं अध्यापक शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
तहसील कार्यालय में लगायी थी गुहार
आवेदक ओमप्रकाश भुसारे ने तहसील कार्यालय खिरकिया में सोमवार को गुहार लगायी थी ,परन्तु विभागीय कर्मचारियों द्वारा उसके आवेदन को पढकर यह कह कर वापस कर दिया गया कि अभी एसडीएम साहब नहीं है। तथा उक्त आवेदन को मंगलवार को जनसुनवाई में देने की सलाह कर्मचारियों द्वारा आवेदक को दी गयी। आवेदक की आर्थिक स्थिति कमजोर होने और समय का अभाव होने की बजह से उसने रजिस्टर्ड डाक द्वारा आवेदन भेजना पड़ा।
ओमप्रकाश चौहान , अध्यापक , शासकीय माध्यमिक शाला जूनापानी का कहना है झूठी शिकायत है , आदिवासी से मेरे द्वारा कोई पैसें नहीं लिए गए है ।

खिरकिया । प्रदेश में जहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गरीबों के हित के लिए कई योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है और भष्ट्राचार रोकने के लिए सीएम हेल्पलाइन जैसी योजनाए चलायी जा रही है। लेकिन इसके बाद भी गरीब आदिवासियों को ठगने के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे है । ताजा मामले में हरदा जिले की खिरकिया तहसील में ग्राम जूनापानी का एक मामला प्रकाश में आया है।
जिसमें एक अध्यापक शिक्षक द्वारा एक आदिवासी से जाति प्रमाण पत्र और स्थानांतरण प्रमाण पत्र बनाने हेतु 1300 रूपये लेने की बात की खिरकिया एसडीएम को शिकायत रजिस्टर्ड डाक द्वारा की गई है।
शिकायतकर्ता ओमप्रकाश पिता बुद्दु भुसारे जाति कोरकू निवासी जूनापानी के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी तहसील खिरकिया को रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजे गये आवेदन में ओमप्रकाश की मजबूरी का एवं कम पढ़ा – लिखा होने का फायदा उठाते हुए शासकीय माध्यमिक शाला जूनापानी में पदस्थ शिक्षक ओमप्रकाश चौहान के खिलाफ अवेधानिक एवं नियम विरुद्ध तरीके से जाति प्रमाण पत्र एवं शाला स्थांनातरण पत्र बनाने हेतु 1300 रूपये ले लेने के बाबजूद काम नहीं करने की शिकायत की गयी है। जिसके कारण आवेदक के पुत्र को आदिवासी छात्रावास में प्रवेश नहीं मिल पाएगा। जिससे आवेदक को अत्यधिक आर्थिक एवं मानसिक क्षति हो रही है तथा पुत्र को शासकीय योजना से लाभान्वित छात्रवृत्ति से वंचित हो जावेगा की बात कही गयी है। आवेदक ने शीघ्र न्याय दिए जाने एवं अध्यापक शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
तहसील कार्यालय में लगायी थी गुहार
आवेदक ओमप्रकाश भुसारे ने तहसील कार्यालय खिरकिया में सोमवार को गुहार लगायी थी ,परन्तु विभागीय कर्मचारियों द्वारा उसके आवेदन को पढकर यह कह कर वापस कर दिया गया कि अभी एसडीएम साहब नहीं है। तथा उक्त आवेदन को मंगलवार को जनसुनवाई में देने की सलाह कर्मचारियों द्वारा आवेदक को दी गयी। आवेदक की आर्थिक स्थिति कमजोर होने और समय का अभाव होने की बजह से उसने रजिस्टर्ड डाक द्वारा आवेदन भेजना पड़ा।
ओमप्रकाश चौहान , अध्यापक , शासकीय माध्यमिक शाला जूनापानी का कहना है झूठी शिकायत है , आदिवासी से मेरे द्वारा कोई पैसें नहीं लिए गए है ।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें