शिमला (एमबीएम न्यूज) : हिमाचल प्रदेश उच्चशिक्षा विभाग ने बड़े स्तर पर प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) को प्रवक्ता (पीजीटी) के पद पर प्रमोशन दी है। प्रमोट हुए प्रवक्ताओं को छठी से लेकर दसवीं तक वह विषय भी पढ़ाने होंगे, जो उन्होंने अपने स्नातक की शिक्षा के दौरान पढ़े थे। विभाग ने यह भी साफ किया है कि प्रवक्ता के पद पर प्रमोट हुए शिक्षक अब हैडमास्टर के पद की प्रमोशन के लिए पात्र नहीं होंगे। वह अपने विकल्प को एक ही बार चुन सकते थे।
प्रमोशन के आदेश को शिक्षकों की एसीआर में भी दर्ज किया जाएगा। साथ ही यह भी साफ किया गया है कि 31 जुलाई तक डयूटी ज्वाइन न करने वाले शिक्षकों के प्रमोशन आदेश रद्द कर दिए जाएंगे। अगली डीपीसी में ही प्रमोशन का निर्णय लिया जाएगा। विभाग ने आदेशों में यह भी साफ किया है कि उन शिक्षकों को ट्राइबल व कठिन क्षेत्र में कार्य करना होगा, जिन्होंने अब तक इन क्षेत्रों में कार्य नहीं किया है।
     राज्य में 1014 टीजीटी के पद पर कार्यरत शिक्षकों को प्रमोशन मिली है। इसमें सबसे अधिक हिन्दी विषय के 231 टीजीटी को पीजीटी बनाया गया है। 31 जुलाई तक डयूटी ज्वाइन करने के निर्देश जारी किए गए हैं। संबंधित स्कूलों के प्रधानाचार्यों को प्रमोट किए गए टीजीटी को तत्काल प्रभाव से रिलीव करने के भी निर्देश जारी हुए हैं। अन्यथा इस बारे कड़ा संज्ञान लेने की बात कही गई है।
     पदोन्नति के साथ-साथ प्रवक्ताओं को नए स्कूलों में ट्रांसफर भी किया गया है। पदोन्नतियां सामान्य, अनुसूचित जाति व जनजातीय वर्गों में दी गई हैं। भौतिक विज्ञान (फिजिक्स) में 55, रासायन विज्ञान में 59 व बॉयोलॉजी में 36 को प्रवक्ता के पद पर प्रमोशन मिली है। जबकि अर्थशास्त्र, कॉमर्स, अंग्रेजी व राजनीतिक शास्त्र में क्रमश: 101, 30, 111 व 119 को प्रमोशन मिली है। वहीं इतिहास, गणित, संस्कृत व सोशलॉजी में क्रमश: 116, 95, 27 व 15 को प्रमोट किया गया है।
     इसके अलावा भूगोल विषय में 16 को पदोन्नत किया गया है। उधर होम साईंस, म्यूजिक (वोकल) व म्यूजिक (इंस्ट्रूमेंटल) में एक-एक प्रमोशन हुई है। उच्च शिक्षा विभाग ने इस बारे अधिसूचना जारी कर वैबसाइट पर प्रमोट किए गए शिक्षकों की सूची विषयवार जारी कर दी है।
     इसी सूची में शिक्षकों को नए स्कूल की पोस्टिंग के बारे में भी बताया गया है। प्रमोट किए गए शिक्षकों की सूची विभाग की वैबसाइट www.educationhp.org पर उपलब्ध है। उधर इस बात पर भी सवाल उठाया गया है कि इतने बड़े पैमाने पर पीजीटी बनाए जाने पर उन स्कूलों का क्या होगा, जहां पर टीजीटी तैनात थे।
   विभाग के निदेशक ने फोन रिसीव नहीं किया। इसी बीच संयुक्त निदेशक टिकम सिंह नेगी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि टीजीटी के पदों की नियुक्ति भी एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा नहीं है कि टीजीटी के प्रमोट होने से स्कूल खाली हो जाएंगे।