Recent

Govt Jobs : Opening

शिक्षक खुद बताएंगे किस सब्जेक्ट में चाहिए ट्रेनिंग : शिक्षकों का ब्लॉग latest updates

जबलपुर। प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने की जा रही कवायद के बीच राज्य शिक्षा केन्द्र फिर एक नया प्रयोग करने जा रहा है। जिसे ट्रेनिंग नीड एनालिसिस यानी प्रशिक्षण आवश्यकताओं के लिए आंकलन का नाम दिया गया है। जिसके तहत शिक्षक खुद बताएंगे कि किस सब्जेक्ट में उन्हें कहां दिक्कत हो रही है और उन्हें ट्रेनिंग लेने की जरूरत है।
सुधरेगा पढ़ाई का स्तर

शिक्षा के क्षेत्र में पहली बार आजमाए जा रहे इस प्रयोग से शिक्षक भी काफी उत्साहित हैं। शिक्षक संगठनों का मानना है कि यदि ये प्रयोग सफल रहा और शिक्षकों ने अपनी जिम्मेदारी समझी तो आने वाले दिनों में यकीनन शिक्षा का स्तर कुछ हद तक जरूर सुधरेगा।

मात्रा, उच्चारण और गणित में परेशानी है तो बताएं

- यदि किसी शिक्षक या अध्यापकों को हिन्दी विषय पढ़ाने में उच्चारण, वर्तनी, मात्रा, व्यंजन समझने में कठिनाई हो रही है या फिर गणित में साधारण ब्याज, चक्रवती ब्याज, कोण, समकोण समझने बच्चों को समझाने में परेशानी हो रही है तो शिक्षक राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा तैयार किए गए निर्धारित प्रपत्र में कोड के माध्यम से उस विषय अंकित कर सकते हैं।

- ऐसा ही इंग्लिश, विज्ञान, संस्कृत, उर्दु और सामाजिक विज्ञान विषय के शिक्षकों से प्रपत्र में जानकारी ली जाएगी। प्रपत्र के माध्यम से ये जानने की कोशिश की जाएगी कि शिक्षक ने स्व-आंकलन कर प्रशिक्षण की आवश्यकता बताई है।

----

एक विषय में पारंगत होंगे शिक्षक

- इस प्रयोग के बाद प्रपत्रों का विश्लेषण किया जाएगा और जिस विषय में ज्यादा जरूरत होगी संबंधित शिक्षकों को उसकी ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।

- हिन्दी, गणित या विज्ञान के शिक्षकों को आ रही कठिनाइयां, ट्रेनिंग देकर दूर की जाएगी जिससे शिक्षक संबंधित विषय के शिक्षक उस विषय में पारंगत होंगे।

- प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में पदस्थ करीब 6 हजार शिक्षकों में सिर्फ 8 प्रतिशत ही दक्ष बताए जा रहे हैं।

------

प्रशिक्षण आवश्यकताओं के लिए आंकलन कर शिक्षकों की कठिनाइयां दूर की जाएगी। इससे शिक्षकों की योग्यता निखरेगी साथ ही शिक्षा के स्तर में भी सुधार आएगा।

-रत्नेश मिश्रा, जिला संयोजक, आजाद अध्यापक संघ

------

राज्य शिक्षा केन्द्र का ये पहला प्रयोग कामगार सिद्घ होगा। लेकिन इसमें अभी बहुत वक्त लगेगा। शिक्षा के स्तर में सुधार की उम्मीद है।

विवेक रंजन शुक्ला, महानगर अध्यक्ष, मप्र शिक्षक संघ

कोई टिप्पणी नहीं:

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Advertisement

Big Breaking