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स्कूल से दो वर्ष से नदारत है शिक्षक : शिक्षकों का ब्लॉग latest updates

बतौली/सुवारपारा। बतौली क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों सहित क्षेत्र के दौरे पर सोमवार को जिला जनपद उपाध्यक्ष स्थानीय अधिकारियों के साथ पहुंचे थे। इसी दौरान खड़धोवा प्राथमिक स्कूल में दो वर्षों से अनुपस्थित सहायक पंचायत शिक्षक की शिकायत पाए जाने पर उन्होंने तत्काल जनपद सीईओ को जांच के लिए कहा है। लगातार कई महीनों से गायब स्कूल शिक्षक के संबंध में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया है।
सोमवार दोपहर जिला जनपद उपाध्यक्ष प्रभात खलखो बतौली क्षेत्र के दौरे पर थे। उन्होंने विभिन्न स्कूलों का भी दौरा किया। खड़धोवा प्राथमिक स्कूल पहुंचने पर उन्हें अजीबो-गरीब मामले से सामना करना पड़ा। बताया गया कि स्कूल में पदस्थ सहायक पंचायत शिक्षक 12 अगस्त 2013 से एक अक्टूबर 2013 तक मेडिकल अवकाश पर रहे थे। एक अक्टूबर 2013 से ही विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बतौली ने आ.क्र 911/2013 के अनुसार उक्त शिक्षक को बेलकोटा में जनशिक्षक के रूप में कर्तव्य निर्वहन हेतु पदमुक्त कर दिया। इस संबंध में जब जिला जनपद उपाध्यक्ष ने बीईओ से जानकारी ली तो उन्हें बताया गया कि मौखिक आदेश के तहत शिक्षक को गोविंदपुर स्कूल भेजा गया है। इसके बाद मामला पेचीदा हो गया। शिकायत कर्ताओं ने यह भी बताया कि उक्त शिक्षक दो वर्षों से ऐसे किसी स्कूल में ड्यूटी नहीं दे रहे हैं बल्कि दो वर्षों से उन्हें वेतन भी प्रतिमाह मिल रहा है। जिला जनपद उपाध्यक्ष के सामने जब यह मामला आया तो उनके साथ स्थानीय अधिकारी के रूप में सीईओ वीके सूरजमती कुजूर, उपाध्यक्ष राजकुमारी पाल, सहायक आयुक्त श्री परस्ते, पूर्व मंडल अध्यक्ष देवनाथ सिंह, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी शरदचंद्र मेषपाल, सरपंच, सचिव आदि उपस्थित थे। मामले की जांच के लिए जनपद सीईओ श्री अग्रवाल से कहा गया है। वे तीन दिनों में जांच कर बताएंगे कि शिकायत का कोई आधार है या नहीं। मामले में शिक्षक द्वारा स्कूल स्टाफ से विवाद की भी वजह बताई जा रही है।
बयान-
मैं क्षेत्र के दौरे पर था। शिक्षक के संबंध में शिकायत आई है। स्कूल रजिस्टर में उल्लेख किया है। जनपद सीईओ जांच करेंगे। बीईओ ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया है। गोविंदपुर स्कूल मौखिक आदेश पर इतने लंबे समय तक अटैच करना समझ से परे है।
प्रभात खलखो
जिला पंचायत उपाध्यक्ष
बयान-
मामला प्रकाश में आया है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
श्री परस्ते
सहायक आयुक्त

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