चंडीगढ़ः कांग्रेस की पंजाब प्रदेश इकाई के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा
ने बठिंडा में शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर पुलिस के कहर
की भर्त्सना करते हुये आज कहा कि इससे राज्य की अकाली-भाजपा सरकार का
निर्मम चेहरा बेनकाब हो गया है। श्री बाजवा ने यहां जारी एक बयान में कहा
कि समाज के प्रत्येक वर्ग को शांतिपूर्ण ढंग से न्याय की मांग करने और अपनी
समस्याएं रखने का लोकतांत्रिक अधिकार है।
ईजीएस
और एआईईएसटीआर शिक्षक लम्बे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे
हैं लेकिन सरकार हठधर्मी रवैया अपनाये हुए है। उन्होंने कहा कि सरकार को
आंदोलनकारी शिक्षकों की मांगों का समाधान करना चाहिये न कि पुलिस दमन से
उनके आंदोलन को कुचलना चाहिये। उन्होंने कहा कि पुलिस का रवैया इतना क्रूर
था कि कुछ शिक्षकों को अपनी जान बचाने के लिये नहर में छंलाग लगानी पड़ी और
कुछ दुकानों और घरों में छिप गये लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से भी निकाल
कर पीटा।
श्री बाजवा ने कहा कि सात शिक्षक ठेके पर रखे गये हैं तथा इन्हें महज 5000 रुपए प्रति माह वेतन मिल रहा है, जो बेहद कम है तथा अब इनकी ठेके की अवधि भी समाप्त होने के चलते इन पर रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने प्रदर्शनकारी शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि वर्ष 2017 में पार्टी की सरकार बनने पर उनकी समस्याओं पर अवश्य ध्यान दिया जाएगा।

श्री बाजवा ने कहा कि सात शिक्षक ठेके पर रखे गये हैं तथा इन्हें महज 5000 रुपए प्रति माह वेतन मिल रहा है, जो बेहद कम है तथा अब इनकी ठेके की अवधि भी समाप्त होने के चलते इन पर रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने प्रदर्शनकारी शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि वर्ष 2017 में पार्टी की सरकार बनने पर उनकी समस्याओं पर अवश्य ध्यान दिया जाएगा।
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