दंतेवाड़ा(ब्यूरो)। गीदम ब्लॉक के कई स्कूलों में शिक्षकों की मनमानी चल रही है। इसके चलते बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। 16 जून से प्रदेश भर में शाला प्रवेशोत्सव मनाने का अभियान चलाया गया। वहीं कई स्कूलों में ताले ही नहीं खुले। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें गीदम ब्लॉक के संकुल क्षेत्र बड़ेकरका जो कि इंद्रावती नदी पार अबुझमाड़ के सरहदी इलाके में स्थित है।
27 जून को निरीक्षण में पहुंचे संकुल समन्वयक जितेंद्र शर्मा ने पाया कि विद्यालयीन समय तक संकुल के दर्जनों स्कूलों के ताले नहीं खुले थे। नए शिक्षा सत्र के प्रारंभ होने के बावजूद एक भी शिक्षक विद्यालय में उपस्थित नहीं पाए गए।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि प्राशा बेंगोफरपारा, माशा कौरगांव, सरपंच पारा कौरगांव, आश्रम शाला कौरगांव, आश्रम शाला पाहुरनार, प्राशा छोटे करका, प्राशा पटेलपारा तुमरीगुण्डा, प्राशा डोंगरीपारा तुमरीगुण्डा, प्राशा डबिनगुण्डापारा, प्राशा कन्यापारा कौरगांव, प्राशा माण्डरीपारा, प्राशा छोटे छिंदनार के सभी शिक्षक अपने कार्यक्षेत्र से नदारद थे। उनके स्कूलों में भी ताले जड़े मिले।
ग्रामीणों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि कई बार शिक्षकों से इस बारे में चर्चा कर समझाईश दी किंतु सुधार नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों ने उक्त शिक्षकों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। नाराज संकुल समन्वयक जितेंद्र शर्मा ने उक्त शिक्षकों पर कार्रवाई करने की शिकायत लिखित तौर पर उच्चाधिकारियों से की है।
27 जून को निरीक्षण में पहुंचे संकुल समन्वयक जितेंद्र शर्मा ने पाया कि विद्यालयीन समय तक संकुल के दर्जनों स्कूलों के ताले नहीं खुले थे। नए शिक्षा सत्र के प्रारंभ होने के बावजूद एक भी शिक्षक विद्यालय में उपस्थित नहीं पाए गए।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि प्राशा बेंगोफरपारा, माशा कौरगांव, सरपंच पारा कौरगांव, आश्रम शाला कौरगांव, आश्रम शाला पाहुरनार, प्राशा छोटे करका, प्राशा पटेलपारा तुमरीगुण्डा, प्राशा डोंगरीपारा तुमरीगुण्डा, प्राशा डबिनगुण्डापारा, प्राशा कन्यापारा कौरगांव, प्राशा माण्डरीपारा, प्राशा छोटे छिंदनार के सभी शिक्षक अपने कार्यक्षेत्र से नदारद थे। उनके स्कूलों में भी ताले जड़े मिले।
ग्रामीणों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि कई बार शिक्षकों से इस बारे में चर्चा कर समझाईश दी किंतु सुधार नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों ने उक्त शिक्षकों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। नाराज संकुल समन्वयक जितेंद्र शर्मा ने उक्त शिक्षकों पर कार्रवाई करने की शिकायत लिखित तौर पर उच्चाधिकारियों से की है।
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